Sunday, March 8, 2009
जब फागुन रंग झमकते होंतब देख बहारें होली कीपरियों के रंग दमकते होंख़ुम शीशे जाम छलकते होंमहबूब नशे में छकते होंजब फागुन रंग झमकते होंनाच रंगीली परियों काकुछ भीगी तानें होली कीकुछ तबले खड़कें रंग भरेकुछ घुँघरू ताल छनकते होंजब फागुन रंग झमकते होंमुँह लाल गुलाबी आँखें होंऔर हाथों में पिचकारी होउस रंग भरी पिचकारी कोअँगिया पर तक के मारी होसीनों से रंग ढलकते होंतब देख बहारें होली कीजब फागुन रंग झमकते होंतब देख बहारें होली की
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